
चालू वित्त वर्ष (2020-21) की पहली छमाही में भारत निर्मित विदेशी शराब (IMFL) की बिक्री में 29% की गिरावट दर्ज की गई है। कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहलिक बेवरेजेस कंपनीज (CIABC) के ताजा डाटा में यह बात कही गई है। CIABC ने बयान में कहा है कि लॉकडाउन और ज्यादा टैक्स के कारण शराब की बिक्री में गिरावट आई है।
आंध्र प्रदेश में 50% से ज्यादा गिरावट
CIABC के बयान के मुताबिक, आंध्र प्रदेश में शराब की बिक्री में करीब 50% की गिरावट रही है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, पुदुचेरी और राजस्थान में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। इसका कारण यह है कि इन राज्यों ने शराब पर 50% से ज्यादा कोरोना टैक्स को लंबे समय तक लागू रखा है। बयान में कहा गया है कि लॉकडाउन के कारण अप्रैल में शराब की बिक्री पूरी तरह से ठप रही है। मई से सितंबर 2020 में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले सेल्स ग्रोथ -16% रही है।
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जुलाई-सितंबर तिमाही में आया सुधार
बयान में कहा गया है कि पैन इंडिया स्तर पर शराब की बिक्री में दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2020) में सुधार आया है। पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। दूसरी तिमाही में बिक्री पहली तिमाही के मुकाबले सुधरकर 78 मिलियन केस (1 केस में 9 लीटर) पर पहुंच गई है। हालांकि, यह एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 9% कम है। जिन राज्यों ने कोरोना टैक्स नहीं लगाया या मामूली टैक्स लगाया, उनमें रिकवरी बेहतर रही है।
दूसरी तिमाही में इन राज्यों में सबसे ज्यादा गिरी बिक्री
राज्य | गिरावट (% में) |
आंध्र प्रदेश | 51 |
छत्तीसगढ़ | 40 |
पश्चिम बंगाल | 22 |
राजस्थान | 20 |
जेएंडके | 39 |
सोर्स: CIABC
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